नई दिल्ली । हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज है। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने हाल ही में प्रेस कॉन्फ्रेंस ‘H Files’ में राज्य में वोट चोरी के गंभीर आरोप लगाए थे। राहुल गांधी ने दावा किया कि हरियाणा के कई मतदान केंद्रों पर फर्जी वोटर लिस्ट तैयार की गई और लगभग 25 लाख वोटers फर्जी हैं।
इस पर हरियाणा चुनाव आयोग ने अब 15 बिंदुओं में आधिकारिक जवाब जारी करते हुए राहुल गांधी के आरोपों को पूरी तरह निराधार बताया है। आयोग ने स्पष्ट किया कि चुनाव प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और व्यवस्थित रही।
हरियाणा चुनाव आयोग के 15 बिंदु:
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अगस्त 2024 में मसौदा मतदाता सूची प्रकाशित कर सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के साथ साझा की गई।
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विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (SSR) में 4,16,408 दावे और आपत्तियां प्राप्त हुईं।
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राज्य में 20,629 बूथ स्तर अधिकारी (BLO) नियुक्त किए गए।
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अंतिम मतदाता सूची 27 अगस्त 2024 को जारी कर सभी राजनीतिक दलों को भेजी गई।
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जिला मजिस्ट्रेट के पास किसी ERO के खिलाफ कोई अपील दर्ज नहीं हुई।
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मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) के पास भी कोई अपील नहीं आई।
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नाम वापसी की अंतिम तिथि (16 सितंबर 2024) तक सूची को अंतिम रूप देकर सभी उम्मीदवारों को उपलब्ध कराया गया।
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कुल मतदान केंद्र – 20,632
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कुल उम्मीदवार – 1,031
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मतदान एजेंटों की संख्या – 86,790
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मतदान के अगले दिन कोई भी उम्मीदवार आपत्ति दर्ज नहीं कर सका।
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मतगणना के लिए 10,180 एजेंट नियुक्त किए गए।
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मतगणना के दौरान रिटर्निंग ऑफिसर को केवल 5 शिकायतें मिलीं।
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परिणाम 8 अक्टूबर 2024 को घोषित किया गया।
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अब तक चुनाव परिणामों को चुनौती देने के लिए 23 याचिकाएं दायर की गई हैं।
चुनाव आयोग का कहना है कि इन तथ्यों से स्पष्ट है कि हर चरण में प्रक्रिया पारदर्शी रही और किसी भी राजनीतिक दल ने औपचारिक आपत्ति दर्ज नहीं की।
अभय चौटाला का पलटवार
इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) प्रमुख अभय चौटाला ने राहुल गांधी के आरोपों को राजनीतिक रणनीति करार देते हुए कहा कि कांग्रेस अपनी कमजोरियों और हार की आशंका को छुपाने के लिए चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठा रही है। चौटाला ने आरोपों को “शर्मनाक और गैर-जिम्मेदाराना” बताते हुए कहा कि यह स्पष्ट होना चाहिए कि राहुल गांधी के इन दावों के पीछे आधार क्या है।
