नई दिल्ली। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 26, 11 मुंबई हमले की 17वीं बरसी पर गेटवे ऑफ इंडिया पर आयोजित ‘ग्लोबल पीस ऑनर्स 2025 कार्यक्रम में एक महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने पाकिस्तान पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह सीधे युद्ध में भारत को हरा नहीं सकता, इसीलिए वह भारत में आतंकवादी हमलों को अंजाम देता है। फडणवीस ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले और दिल्ली ब्लास्ट को पाकिस्तान की उसी रणनीति का हिस्सा बताया। उनके अनुसार, पाकिस्तान जानता है कि वह हमारे देश के साथ सीधा युद्ध नहीं जीत सकता इसलिए वह इस तरह के छोटे छोटे हमलों के जरिए भारत को नुकसान पहुँचाने की कोशिश करता है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि 26,11 का हमला भारत की संप्रभुता पर हमला था। अगर उस समय भारत ने ऑपरेशन सिंदूर जैसा कदम उठाया होता तो शायद आतंकवादियों को अपनी हरकतें करने का साहस नहीं होता। ऑपरेशन सिंदूर, जो पाकिस्तान में आतंकवादियों के खिलाफ किया गया था को फडणवीस ने एक मिसाल बताया और कहा कि यदि उसी तरह की कठोर कार्रवाई पहले की जाती तो शायद भारत आज अधिक सुरक्षित होता।
फडणवीस ने अमेरिकी ट्विन टावर हमले का उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे अमेरिका के ट्विन टावर पर हमला करके आतंकवादियों ने उसकी संप्रभुता को चुनौती दी थी ठीक वैसे ही पाकिस्तान ने मुंबई को चुना, ताकि वह भारत की संप्रभुता पर हमला कर सके। 26,11 के हमले में पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकवादियों ने मुंबई में ताज होटल ओबेरॉय होटल नरीमन हाउस छत्रपति शिवाजी टर्मिनस और लियोपोल्ड कैफे जैसे प्रमुख स्थानों पर हमला किया था। इस हमले में 166 लोग मारे गए और सैकड़ों लोग घायल हुए थे।
मुख्यमंत्री ने आतंकवाद के खतरे को लेकर अपनी चिंता भी जताई और कहा कि आज भी आतंकवादियों के हमले का खतरा बरकरार है। उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों की तारीफ करते हुए कहा कि दिल्ली ब्लास्ट के मामले में भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकियों की साजिश को समय रहते भांपा और उन्हें विफल किया। फडणवीस ने यह भी कहा कि आतंकवादी भारत के विभिन्न हिस्सों में बम विस्फोट करने की योजना बना रहे थे लेकिन भारतीय एजेंसियों की तत्परता के कारण इन हमलों को रोका गया।
फडणवीस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बात को भी दोहराया जिसमें उन्होंने कहा था कि आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते। उन्होंने यह भी बताया कि मोदी सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ कठोर कदम उठाए हैं और सेना को आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई की पूरी स्वतंत्रता दी है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत अब पहले से ज्यादा ताकतवर है और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है।
इस कार्यक्रम में फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस, रिलायंस फाउंडेशन की अध्यक्ष नीता अंबानी बॉलीवुड सितारे शाहरुख खान और रणवीर सिंह सिंगर शंकर महादेवन जैसे कई दिग्गज भी शामिल हुए थे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य वैश्विक शांति और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता को बढ़ावा देना था।
फडणवीस के बयान से यह स्पष्ट होता है कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ और अधिक सतर्क और संगठित है और उसका इरादा आतंकवादियों को किसी भी सूरत में बख्शने का नहीं है। 26,11 के हमले की बरसी पर उनके शब्दों ने न केवल हमले की यादों को ताजा किया बल्कि भारत की आतंकवाद विरोधी नीति और सुरक्षा एजेंसियों की भूमिका को भी प्रमुखता दी।
