नई दिल्ली । मोकामा विधानसभा के तारतर गांव में दुलारचंद यादव की हत्या की जांच सीआईडी (CID) भी करेगा। सीआईडी की जांच पुलिस के समानान्तर चलेगी। जांच पूरा होने के बाद रिपोर्ट पुलिस से साझा की जाएगी। ताकि किसी के साथ पक्षपात ना हो सके। एसएसपी कार्तिकेय के शर्मा ने बताया कि इसके लिए सीआईडी की अलग से टीम बनाई गई है। उधर मामले में अन्य आरोपितों की पहचान और फरार लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम इलाके में छापेमारी कर रही है।
रविवार को पुलिस ने 15 लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की। मामले में अब तक 80 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। अधिकारियों के मुताबिक वीडियो फुटेज से घटना में शामिल लोगों की पहचान की कोशिश जारी है। जल्द अन्य आरोपितों को गिरफ्तार किया जाएगा। भदौर थाना क्षेत्र में 30 अक्टूबर को चुनाव प्रचार के दौरान हुई झड़प के बाद तारतर गांव निवासी दुलराचंद यादव की हत्या कर दी गई। उनके पैर की एड़ी में गोली मारी गई, उसके बाद कार से कुचल दिया गया।
घटना के चार दिन बाद भी पुलिस घटना में प्रयुक्त हथियार और उन्हें कुचलने वाले वाहन की बरामदगी नहीं कर पाई है। एसएसपी ने बताया कि दुलारचंद के पैर में गोली मारी गई थी, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण हृदय और फेफड़ों में चोट लगाना आया है। अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि घटना में किस वाहन का प्रयोग किया गया और उसे कौन चला रहा था। हथियार, वाहन और उसे चलाने वालों की जानकारी के लिए रिमांड पर लेकर अनंत सिंह से पूछताछ की जाएगी। यह पता लगाया जाएगा कि हथियार किसका था और कहां से लाया गया गया था।
घटना के वक्त अनंत सिंह थे मौजूद
एसएसपी के मुताबिक घटना वाले दिन अनंत सिंह और पीयूष प्रियदर्शी का काफिला गुजर रहा था। इसी दौरान दोनों पक्षों के बीच झड़प हो गई थी। इसकी परिणति दुलारचंद की मौत के रूप में हुई। इस संबंध में दोनों प्रत्याशी के पक्ष के द्वारा दो और कुल चार केस दर्ज किए गए हैं। दूसरे पक्ष अनंत सिंह सहित अन्य पर नामजद केस दर्ज करवाया गया था। जदयू प्रत्याशी मुख्य आरोपित थे। पुलिस अनुसंधान में यह बात सामने आई कि घटना के वक्त अनंत सिंह वहां मौजूद थे। उनके सामने ही घटना हुई। जिसके आधार पर शनिवार को उनकी गिरफ्तारी की गई।
अर्धसैनिक बलों की 13 कंपनियां भी छापेमारी में शामिल
मोकामा में हुई झड़प और हत्या के मामले में पुलिस की छापेमारी लगातार जारी है। छापेमारी में स्थानीय पुलिस के अलावा एसटीएफ की दो यूनिट के साथ ही अर्धसैनिक बलों की 13 कंपनियां को भी लगाया गया है। इसके साथ ही चार क्यूआरटी की टीम भी सक्रिय है। एसपी के नेतृत्व में डीएसपी और थानेदारों की टीम लगातार कार्रवाई और गश्त कर रही है। पुलिस घटना से संबंधित वीडियो फुटेज के आधार पर उपद्रवियों की पहचान की कोशिश कर रही है। ताकि उन्हें गिरफ्तार किया जा सके।
