नई दिल्ली । बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल को करारी हार मिलने के अगले ही दिन लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav)की बेटी रोहिणी आचार्य(Daughter Rohini Acharya) ने राजनीति छोड़ने और अपने परिवार से संबंध समाप्त करने का चौंकाने वाला ऐलान कर दिया। उनकी इस घोषणा ने बिहार की सियासत में तीखी हलचल मचा दी है। रोहिणी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट किया और संजय यादव के साथ-साथ रमीज पर कई गंभीर आरोप लगाए। रोहिणी ने लिखा, “मैं राजनीति छोड़ रही हूं और परिवार से नाता तोड़ रही हूं। यही संजय यादव और रमीज ने कहा था। इसकी पूरी जिम्मेदारी मैं लेती हूं।”
पोस्ट में संजय यादव और रमीज दो नामों के उल्लेख ने सियासी गलियारों में चर्चा तेज कर दी है। संजय यादव राज्यसभा सांसद और तेजस्वी यादव के करीबी सहयोगी हैं। यह हमेशा तेजस्वी के साथ दिखते हैं। वहीं, रमीज का नाम पहली बार सार्वजनिक हुआ है।
पटना एयरपोर्ट पहुंचीं रोहिणी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “मेरा कोई परिवार नहीं है। आप जाकर तेजस्वी यादव, संजय यादव और रमीज से पूछिए। इन्होंने मुझे परिवार से निकाल दिया। पार्टी की हार पर देश सवाल पूछ रहा है। आप अगर इन तीनों के नाम ले लीजिए तो घर से बाहर निकाल दियाएगा। चप्पल से मारा जाएगा।” उनके इस बयान ने RJD के भीतर उथल-पुथल को और तेज कर दिया है।
कौन हैं रमीज?
रमीज नेमत समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद और बलरामपुर के बाहुबली नेता रिजवान जहीर के दामाद हैं। उनका नाम कई गंभीर आपराधिक मामलों में दर्ज है। रमीज पर तुलसीपुर नगर पंचायत के पूर्व चेयरमैन फिरोज की हत्या में शामिल होने का आरोप है। यह हत्या 4 जनवरी 2022 को राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता की वजह से हुई थी। इस केस में रमीज, उनकी पत्नी जेबा रिजवान और ससुर रिजवान जहीर तीनों को जेल भेजा गया था। रमीज और जेबा को बाद में जमानत मिल गई, जबकि रिजवान जहीर अभी भी जेल में हैं। रमीज पर 12 आपराधिक मामले, जिनमें हत्या और गैंगस्टर एक्ट शामिल है। बताया जाता है कि रमीज की क्रिकेट के जरिए तेजस्वी यादव से निकटता बनी, जिसकी वजह से वह RJD के कुछ उच्च स्तरों में पहुंच बना पाए।
RJD के लिए यह चुनाव बेहद निराशाजनक रहा। पार्टी जहां 2020 में 75 सीटें लाई थी, वहीं इस बार सिर्फ 25 सीटों पर सिमट गई। दूसरी ओर NDA ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 202 सीटें हासिल कर ली हैं। JDU सरकार गठन की कवायद तेज कर चुकी है। ललन सिंह और संजय झा दिल्ली पहुंच गए हैं, जहां अगले कदम पर चर्चाएं जारी हैं।
