नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में पुलिस ने सोमवार को प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी (JEI) और हुर्रियत कांफ्रेंस से जुड़े कई ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया। इस अभियान में पूर्व अलगाववादी नेता अशरफ सेहराई के आवास को भी शामिल किया गया। गौरतलब है कि अशरफ सेहराई की 2021 में हिरासत के दौरान मौत हो गई थी। तलाशी के दौरान बड़ी संख्या में प्रतिबंधित सामग्री बरामद की गई।
पुलिस के मुताबिक, तलाशी अभियान में बटमालू के काशी मोहल्ला निवासी मुश्ताक अहमद भट (गोगा साहिब/मुश्ताकुल इस्लाम), बागट के दिवंगत अशरफ सेहराई, और रैनावारी कलवाल मोहल्ले के मेहराजुद्दीन कलवाल (राज कलवाल) के ठिकानों पर कार्रवाई की गई। ये सभी फिलहाल एनआईए की हिरासत में हैं। इसके अलावा गुलशन नगर के नौगाम निवासी जमीर अहमद के घर पर भी छापेमारी की गई।
पुलिस ने बताया कि तलाशी अभियान के दौरान अलगाववादी संगठनों से संबंधित साहित्य, तस्वीरें और अन्य सामग्री जब्त की गई। अभियान का उद्देश्य घाटी में आतंक और अलगाववादी नेटवर्क को खत्म करना और उनके समर्थक ढांचों को निशाना बनाना है। श्रीनगर पुलिस ने जोर देकर कहा कि वह सार्वजनिक व्यवस्था और शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और गैरकानूनी या राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों में शामिल व्यक्तियों व समूहों के खिलाफ कार्रवाई जारी रखेगी।
विशेष रूप से यह अभियान ऐसे समय में हुआ है जब जम्मू-कश्मीर में अलगाववादी गतिविधियों और प्रतिबंधित समूहों के नेटवर्क पर निगरानी बढ़ाई गई है। अधिकारियों ने बताया कि ये छापेमारी केवल अलगाववादी और प्रतिबंधित समूहों की पहचान और उनके अवैध ढांचे को कमजोर करने के लिए की जा रही हैं।
इस कदम से यह संदेश भी स्पष्ट होता है कि सुरक्षा एजेंसियां घाटी में शांति और कानूनी व्यवस्था को बनाए रखने के लिए सख्त रुख अपनाए हुए हैं। स्थानीय प्रशासन ने निवासियों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि वह पुलिस और जांच एजेंसियों के साथ सहयोग करें और गैरकानूनी गतिविधियों की जानकारी तुरंत साझा करें।
