नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राजद नेता तेजस्वी यादव लगातार चुनावी घोषणाएं कर रहे हैं। रविवार, 26 अक्टूबर को पटना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी यादव ने महागठबंधन की सरकार बनने पर पंचायत प्रतिनिधियों को पेंशन और 50 लाख रुपये का बीमा कवर देने का बड़ा वादा किया।
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में बदलाव की मांग तेज हो गई है और जनता पुराने शासन से तंग आ चुकी है। उन्होंने कहा, “20 साल से बिहार में खटारा सरकार है। अब जनता बदलाव के लिए बेचैन है। हम जहां भी जाते हैं, सभी जातियों और धर्मों के लोग बड़ी संख्या में हमारा समर्थन करने आ रहे हैं। मौजूदा सरकार में भ्रष्टाचार और अपराध चरम पर है, लोग बीजेपी और नीतीश कुमार से तंग आ चुके हैं।”
बीजेपी और केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि जानबूझकर बिहार में उद्योग और कारखाने नहीं लगने दिए गए। उन्होंने आरोप लगाया कि बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियां और आईटी पार्क गुजरात ले गए, जबकि बिहार को सिर्फ धोखा मिला।
राजद नेता ने अपनी सरकार की उपलब्धियों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि उनके पिता और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के नेतृत्व में 17 महीने में काफी काम हुआ था और अगर वे पलटे नहीं होते तो और भी कई विकास कार्य पूरे हो जाते। उन्होंने कांग्रेस और गठबंधन सहयोगियों के साथ प्रचार की रणनीति का भी जिक्र किया और बताया कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ आगामी दिनों में प्रचार अभियान और तेज होगा।
तेजस्वी यादव ने अपने सरकार बनने पर वादों की सूची भी साझा की। उन्होंने कहा कि पंचायत प्रतिनिधियों का मानदेय दोगुना किया जाएगा। इसके अलावा सोनार, नाई, लोहार और बढ़ई जैसे पारंपरिक पेशे से जुड़े लोगों को स्वरोजगार के लिए एकमुश्त पांच लाख रुपये की सहायता दी जाएगी।
राजद नेता ने दावा किया कि उनकी सरकार में बिहार में उद्योग और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि जनता ने पिछली सरकार को 20 साल दिए, अब केवल 20 महीने में बदलाव की उम्मीद है। तेजस्वी यादव के इस चुनावी वादे ने राज्य में चुनावी राजनीति को और तेज कर दिया है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि पंचायत प्रतिनिधि और आम जनता इस पर किस तरह प्रतिक्रिया देते हैं।
