मुंबई। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नाम पर फर्जी आधार कार्ड बनाने के मामले में शरद पवार के पोते और NCP विधायक रोहित पवार के खिलाफ मुंबई में FIR दर्ज कराई गई है। यह शिकायत भारतीय जनता पार्टी ने दर्ज कराई, जिसमें आरोप लगाया गया है कि रोहित पवार का यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकता है।
क्या है मामला?
16 अक्टूबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में रोहित पवार ने दावा किया कि उन्होंने फर्जी वेबसाइट और दस्तावेजों के जरिए डोनाल्ड ट्रंप का आधार कार्ड बनवाया। उनका उद्देश्य था आधार प्रणाली और मतदाता सूची में मौजूद खामियों को उजागर करना।
रोहित पवार ने बताया कि उनके इस प्रयोग से यह साबित होता है कि लोकसभा और विधानसभा चुनावों में वोटिंग प्रक्रिया और मतदाता सूची में हेरफेर संभव है। उन्होंने 2019 और 2024 के चुनावों के बीच मतदाता सूची में असामान्य बढ़ोतरी का हवाला भी दिया।
BJP की शिकायत और FIR
शिकायतकर्ता: भारतीय जनता पार्टी
FIR दर्ज: मुंबई, दक्षिण साइबर पुलिस स्टेशन
आरोपी: रोहित पवार, वेबसाइट डेवलपर और अन्य लोग
आरोप
फर्जी आधार कार्ड बनाकर नागरिकों को गुमराह करना।
सरकारी संस्थाओं पर विश्वास कमजोर करना।
सामाजिक अशांति फैलाने की संभावना।
राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा।
रोहित पवार की सफाई
FIR दर्ज होने के बाद रोहित पवार ने मीडिया से कहा,मैंने कोई गलत काम नहीं किया। मेरा उद्देश्य केवल सिस्टम की खामियों को उजागर करना था। अगर मेरे जैसे व्यक्ति के लिए यह संभव है, तो असली फर्जी मतदाता कार्ड बनना और भी आसान है।उन्होंने यह भी कहा कि उनके खिलाफ राजनीतिक दबाव में मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस जांच जारी
मुंबई पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है। अधिकारी यह पता लगा रहे हैं कि फर्जी आधार कार्ड बनाने में कौन-कौन शामिल था और किस तकनीक का इस्तेमाल किया गया। UIDAI को भी इस मामले की जानकारी दी गई है।
BJP: राष्ट्रीय सुरक्षा पर सीधा खतरा।
NCP: सिर्फ खामियों को उजागर करने का प्रयोग, कोई अपराध नहीं।
यह मामला देश की मतदाता सूची और आधार प्रणाली की सुरक्षा पर एक बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है।
