उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में बुधवार सुबह एक अप्रत्याशित विवाद देखने को मिला। यहां महंत और पुजारी के बीच फेटा (पारंपरिक पगड़ी) पहनने को लेकर तीखी बहस हुई, जो बाद में धक्का-मुक्की और हाथापाई तक पहुंच गई। मंदिर परिसर में हुई इस घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
विवाद की शुरुआत
जानकारी के अनुसार, ऋणमुक्तेश्वर मंदिर के महंत महावीरनाथ बुधवार सुबह गोरखपुर से आए संत शंकर नाथ के साथ महाकाल मंदिर के गर्भगृह में दर्शन करने पहुंचे थे। इस दौरान महंत ने सिर पर पारंपरिक फेटा पहन रखा था। गर्भगृह में मौजूद पुजारी महेश शर्मा ने मंदिर की परंपरा का हवाला देते हुए उनसे सिर से फेटा हटाने का अनुरोध किया। महंत ने ऐसा करने से इनकार किया, जिसके बाद दोनों के बीच बहस शुरू हो गई। देखते ही देखते विवाद बढ़ा और गर्भगृह से कोटी तीर्थ कुंड तक धक्का-मुक्की और गाली-गलौज की स्थिति बन गई। इस दौरान दर्शन के लिए पहुंचे श्रद्धालु भी भयभीत हो गए।
दोनों पक्षों के आरोप
महंत महावीरनाथ का कहना है कि साधु-संत अपनी जटाओं को संभालने और धार्मिक परंपरा के तहत सिर पर फेटा बांधते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पुजारी महेश शर्मा ने उनके साथी का फेटा उतरवाने की कोशिश की और धक्का दिया। वहीं पुजारी महेश शर्मा का कहना है कि महंत ने मंदिर की परंपरा का उल्लंघन किया। शर्मा ने कहा, “बाबा महाकाल के सामने कोई भी व्यक्ति ताज या सिर ढकने वाली वस्तु नहीं पहन सकता। जब मैंने उन्हें यह बात बताई, तो उन्होंने मुझे गाली दी और धमकाया।”
संत समाज ने की कार्रवाई की मांग
घटना के बाद मंदिर परिसर और संत समाज में माहौल तनावपूर्ण हो गया। कई संत रामेश्वर दास जी आश्रम में एकत्र हुए और पुजारी महेश शर्मा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। भर्तृहरि गुफा के पीर महंत रामनाथ महाराज ने मंदिर प्रशासन से सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक करने की मांग की, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि विवाद की शुरुआत किसने की। वहीं, पुजारी समुदाय ने एकजुट होकर महेश शर्मा के समर्थन में बयान दिया है।
प्रशासन ने दी जांच के निर्देश
मंदिर प्रशासक प्रथम कौशिक ने बताया कि मामले की आंतरिक जांच के आदेश दे दिए गए हैं। उन्होंने कहा, “पूरे घटनाक्रम की जांच की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज और दोनों पक्षों के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।”
