नई दिल्ली। सिंगापुर में आयोजित आईटीबी एशिया 2025 (ITB Asia 2025) में इस बार भारत के हृदय प्रदेश मध्यप्रदेश ने अपने पर्यटन की झलक से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। ‘अतुल्य भारत (Incredible India)’ थीम के तहत प्रदेश ने अपने समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य और विशिष्ट पर्यटन स्थलों का शानदार प्रदर्शन किया।
मध्यप्रदेश बना ग्लोबल टूरिज्म का आकर्षण केंद्र
सिंगापुर के सैंटेक कन्वेंशन सेंटर में चल रहे इस अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मेले में दुनिया भर के देशों ने हिस्सा लिया, लेकिन ‘द हार्ट ऑफ इन्क्रेडिबल इंडिया’ के रूप में मध्यप्रदेश की झांकी ने सबका ध्यान खींच लिया।
राज्य पर्यटन बोर्ड ने यहां खजुराहो, सांची, भीमबेटका, कान्हा, बांधवगढ़, ओरछा और पचमढ़ी जैसे विश्वप्रसिद्ध पर्यटन स्थलों की सुंदर झलक प्रस्तुत की।
‘इको-टूरिज्म’ और ‘हेरिटेज’ पर रहा फोकस
मध्यप्रदेश के स्टॉल का मुख्य आकर्षण था प्रदेश के इको-टूरिज्म मॉडल, वन्यजीव अभयारण्य और हेरिटेज सर्किट।
वन्यजीव प्रेमियों के लिए टाइगर रिजर्व, साहसिक यात्रियों के लिए एडवेंचर स्पॉट, और इतिहास प्रेमियों के लिए यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स ने विदेशी प्रतिनिधियों को प्रभावित किया।
वैश्विक निवेशकों से हुई मुलाकातें
इस दौरान मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग के प्रतिनिधियों ने विभिन्न देशों के ट्रैवल एजेंट्स, टूर ऑपरेटर्स और निवेशकों से मुलाकात की।
उद्देश्य था राज्य के पर्यटन क्षेत्र में नए निवेश और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना।
विदेशी प्रतिनिधियों ने प्रदेश की ‘क्लीन, सेफ और कल्चरल टूरिज्म पॉलिसी’ की सराहना की।
‘हृदय प्रदेश’ की थीम ने जीता दिल
‘मध्यप्रदेश भारत का हृदय, अनुभवों का खजाना’ थीम के साथ राज्य ने अपनी सांस्कृतिक गहराई, लोककला, खानपान और आतिथ्य परंपरा का शानदार प्रदर्शन किया।
विदेशी प्रतिनिधियों ने कहा “इंडिया का असली सौंदर्य मध्यप्रदेश में बसता है।”
ITB Asia: एशिया का सबसे बड़ा टूरिज्म प्लेटफॉर्म
आईटीबी एशिया दुनिया के सबसे बड़े बी2बी (Business-to-Business) ट्रैवल ट्रेड शो में से एक है।
इसमें 100 से ज्यादा देशों के प्रतिनिधि शामिल होते हैं।
यह मंच देशों को अपने पर्यटन उत्पाद, संस्कृति और निवेश अवसरों को प्रदर्शित करने का अवसर देता है।
सिंगापुर के मंच पर ‘अतुल्य भारत’ के हृदय मध्यप्रदेश ने फिर एक बार साबित किया कि भारत का असली पर्यटन आकर्षण उसकी सांस्कृतिक जड़ों, प्राकृतिक सौंदर्य और आत्मीयता में बसता है।
प्रदेश की यह भागीदारी न सिर्फ भारत की पर्यटन छवि को मजबूत करेगी, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ‘ब्रांड मध्यप्रदेश’ को नई पहचान देगी।
