नई दिल्ली । अमेरिकी नौसेना (US Navy) का एक हेलिकॉप्टर और एक लड़ाकू विमान रविवार को दक्षिण चीन सागर में रहस्यमय तरीके से दुर्घटनाग्रस्त हो गया। अमेरिकी नौसेना के अधिकारियों ने बताया कि दोनों विमान रूटीन ऑपरेशन के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हुए, लेकिन सभी पायलट सुरक्षित हैं।
अधिकारियों के अनुसार, MH-60R हॉक हेलिकॉप्टर, जिसे ‘बैटल कैट्स’ के नाम से जाना जाता है, एयरक्राफ्ट कैरियर यूएसएस निमित्ज से उड़ान भरने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हुआ। सोशल मीडिया पर जारी बयान में कहा गया कि हेलिकॉप्टर 26 अक्टूबर को दोपहर 2 बजकर 45 मिनट पर दक्षिण चीन सागर में गिरा। इसमें सवार सभी तीन चालक दल के सदस्य समय पर बाहर निकलने में सफल रहे और सुरक्षित बच गए।
हेलिकॉप्टर क्रैश के लगभग आधे घंटे बाद ही इसी एयरक्राफ्ट कैरियर से उड़ान भरने वाला बोइंग F/A-18F सुपर हॉर्नेट लड़ाकू विमान भी समुद्र में गिर गया। हालांकि इस विमान के पायलट ने भी अपने आप को सुरक्षित निकालने में सफलता प्राप्त की। अमेरिकी नौसेना ने फिलहाल दोनों घटनाओं की गहन जांच शुरू कर दी है और क्रैश के कारणों का पता लगाने के लिए विशेषज्ञ टीम तैनात की गई है।
यह दुर्घटना ऐसे समय में हुई है जब अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने पहले एशिया दौरे पर हैं। वहीं अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ भी एशिया के कई देशों की यात्रा कर रहे हैं। इस घटना ने क्षेत्र में सैन्य सुरक्षा और निगरानी को लेकर नई चिंताएं पैदा कर दी हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह घटना दक्षिण चीन सागर में अमेरिकी नौसेना की ऑपरेशनल गतिविधियों पर भी सवाल खड़े करती है। हालांकि, पायलटों की सुरक्षा ने बड़ी त्रासदी को टाल दिया। इस साल की शुरुआत में भी अमेरिकी विमान एक ऑपरेशन के दौरान क्रैश हो गया था, जिससे यह स्पष्ट होता है कि नौसैनिक उड़ानों में तकनीकी और सुरक्षा संबंधी चुनौतियां लगातार बनी हुई हैं।
अमेरिकी नौसेना ने सभी संबंधित बचाव और सुरक्षा उपाय तुरंत लागू किए और इस दौरान किसी नागरिक या अन्य जहाज को नुकसान नहीं पहुंचा। फिलहाल दोनों विमान दुर्घटनाओं के कारणों की जांच चल रही है और यह देखना बाकी है कि आगे नौसेना किस प्रकार सुरक्षा मानकों में सुधार करती है।
