भोपाल । आस्था, अनुशासन और सूर्य उपासना का चार दिवसीय महापर्व छठ पूजा आज से पूरे उल्लास के साथ शुरू हो गया है। राजधानी भोपाल में इस पर्व को लेकर धार्मिक उत्साह अपने चरम पर है। नगर निगम और प्रशासन ने श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए शहर के सभी प्रमुख घाटों पर विशेष तैयारियां पूरी कर ली हैं।
शहर में तैयार 52 घाट
शीतलदास की बगिया, कमला पार्क, वर्धमान पार्क (सनसेट पॉइंट), खटलापुरा घाट, प्रेमपुरा घाट, काली मंदिर घाट, हथाईखेड़ा डैम, बरखेड़ा और घोड़ा पछाड़ डैम समेत कुल 52 घाटों पर इस बार छठ पूजा का आयोजन होगा। घाटों की सफाई, रंग-रोगन, विद्युत सजावट, चलित शौचालय, चेंजिंग रूम और पेयजल की व्यवस्था शुक्रवार देर रात तक पूरी कर ली गई।
भोजपुरी समाज में जबरदस्त उत्साह
भोजपुरी एकता मंच के अध्यक्ष कुंवर प्रसाद ने बताया कि इस बार लाखों श्रद्धालु घाटों पर अर्घ्य देने पहुंचेंगे। बाजारों में पूजा सामग्री, सूप-दउरा, ठेकुआ मोल्ड, फल और साज-सज्जा के सामान की खरीददारी जोरों पर है। उत्तर भारतीय समुदाय में छठ का उल्लास देखते ही बनता है।
प्रशासन ने कसी कमर
श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए पुलिस बल, गोताखोर दल और मेडिकल टीमों की तैनाती की गई है। ट्रैफिक पुलिस ने प्रमुख घाटों के आसपास वाहनों की आवाजाही के लिए विशेष रूट प्लान तैयार किया है। घाटों पर प्रकाश व्यवस्था, बैरिकेडिंग और कंट्रोल रूम भी स्थापित किए गए हैं ताकि किसी तरह की असुविधा न हो।
छठ पूजा का शेड्यूल
25 अक्टूबर – नहाय-खाय (शुद्ध आहार से आरंभ)
26 अक्टूबर – खरना (गुड़-खीर का प्रसाद)
27 अक्टूबर – डाला छठ (सांझ का अर्घ्य)
28 अक्टूबर – भोर अर्घ्य और पारण
भोपाल में छठ पूजा सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि आस्था, पर्यावरण और सामुदायिक एकता का संगम बन चुका है। लाखों लोग सूर्यदेव को अर्घ्य देकर अपने और अपने परिवार के सुख-समृद्धि की कामना करेंगे।
