नई दिल्ली । मऊगंज। जिले के नईगढ़ी क्षेत्र में रविवार को एक दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके को दहला दिया। खेत में जुताई के दौरान चलते ट्रैक्टर पर चढ़ने का प्रयास कर रहे एक युवक का पैर फिसल गया जिससे वह सीधे ट्रैक्टर के पीछे लगे रोटावेटर की तेज़ घूमती ब्लेडों में जा फंसा हादसा इतना भयावह था कि युवक गंभीर रूप से घायल होकर वहीं गिर पड़ा और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई यह घटना न केवल क्षेत्र में शोक की लहर छोड़ गई बल्कि कृषि कार्यों के दौरान सुरक्षा के प्रति गंभीर सवाल भी खड़े कर गई है।
घटना नईगढ़ी थाना क्षेत्र के ग्राम इतहाई की है। यहाँ रहने वाला दिव्यांश उर्फ छोटू कोल उम्र लगभग 20 वर्ष, रविवार दोपहर करीब 12 बजे खेत में मजदूरी कर रहा था। खेत की जुताई का कार्य ट्रैक्टर में लगे रोटावेटर मशीन से चल रहा था। बताया जाता है कि छोटू कोल काम के दौरान किसी आवश्यकतानुसार चलते हुए ट्रैक्टर पर पीछे से चढ़ने लगा, लेकिन एक पल में उसका संतुलन बिगड़ गया। पैर फिसलते ही वह सीधा रोटावेटर की तेज़ धारदार ब्लेडों के ऊपर जा गिरा जो बेहद तेज़ी से घूम रही थीं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसा इतना अचानक हुआ कि कोई भी प्रतिक्रिया देने का समय ही नहीं मिला। मशीन के ब्लेडों ने युवक के पैर और कमर के हिस्से को बुरी तरह चीर दिया। युवक लहूलुहान होकर ज़मीन पर गिर पड़ा। ट्रैक्टर चालक ने तुरंत मशीन रोकी और आसपास मौजूद लोग मौके पर दौड़ लेकिन चोटें इतनी गंभीर थीं कि स्थिति बेहद नाजुक हो गई।
घायल युवक को किसी तरह ट्रैक्टर से निकालकर ग्रामीणों और परिजनों ने तत्काल नईगढ़ी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुँचाया। डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसकी गंभीर हालत देखते हुए उसे तुरंत रीवा के संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल रेफर कर दिया। रीवा पहुँचने पर डॉक्टरों की टीम ने उसे बचाने के लिए हर संभव प्रयास किया लेकिन रोटावेटर की ब्लेडों से आई गहरी और जानलेवा चोटों को नियंत्रित नहीं किया जा सका।
करीब तीन घंटे तक मौत से जूझने के बाद रविवार शाम लगभग 3 बजे छोटू कोल ने दम तोड़ दिया। उसके साथ रहे अमरीश द्विवेदी ने बताया कि ट्रैक्टर को सचिन नाम का युवक चला रहा था और छोटू उसके पीछे से चढ़ने की कोशिश में था तभी वह फिसलकर रोटावेटर में जा फंसा। मृतक के परिजन रामनिवास ने भी घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि छोटू ने दौड़ते हुए पीछे से ट्रैक्टर पकड़ने की कोशिश की लेकिन एक पल की चूक उसकी जान ले गई।
सूचना मिलते ही पुलिस चौकी अस्पताल पहुँची और आवश्यक पंचनामा कार्रवाई की। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।इस दर्दनाक हादसे ने पूरे गाँव में शोक और दहशत का माहौल पैदा कर दिया है ग्रामीणों ने बताया कि खेती किसानी के दौरान मजदूरों और किसानों द्वारा सुरक्षा के नियमों की अनदेखी अक्सर बड़े हादसों का कारण बन जाती है। विशेष रूप से रोटावेटर जैसी भारी और तेज़ गति से चलने वाली मशीनों के आसपास ज़रा सी चूक भी जानलेवा साबित हो सकती है।
यह घटना एक बार फिर चेतावनी देती है कि कृषि कार्यों में सुरक्षा उपकरणों, सावधानी और मशीनरी संचालन संबंधी नियमों का सख्ती से पालन होना बेहद आवश्यक है। खेतों में काम करने वालों की जागरूकता और सतर्कता ही ऐसे हादसों से बचने का एकमात्र उपाय है। दुखद रूप से छोटू कोल की असमय मौत ने परिवार और गाँव को गहरे शोक में डाल दिया है और एक युवा मजदूर की जिंदगी लापरवाही की भेंट चढ़ गई।
