नर्मदापुरम 07,नवम्बर,(हिन्द संतरी) 7 नवम्बर को वंदे मातरम गीत के 150 साल पुरे होने पर यह गीत मां भारती की साधना और आराधना का आधार हो गया था जो हमें इतिहास में ले जाकर हमारे महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बलिदान की याद दिलाता है उक्त बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल संबोधित करते हुए वंदे मातरम गीत के रचनाकार बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय और इसे प्रकाशित करने वाले बंग दर्शन को याद किया और सभी देशवासियों को शुभकामनाएं एवं बधाई दी। दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने वंदे मातरम पोर्टल को लांच कर इस पोर्टल में देश की किसी भी नागरिक को अपने स्वर में वंदे मातरम गाकर रिकॉर्डिंग वीडियो अपलोड करने की सुविधा की जानकारी दी साथ ही प्रधानमंत्री श्री मोदी ने एक स्मारक सिक्का एवं डाक टिकट का विमोचन भी किया।
राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के 150 वर्ष पूर्ण होने पर नर्मदा महाविद्यालय में आयोजित किया गया भव्य कार्यक्रम
राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के 150 वर्ष का स्वरणोत्सव कार्यक्रम नर्मदापुरम जिले के नर्मदा महाविद्यालय में भव्य रूप से कार्यक्रम आयोजित कर मनाया गया। कार्यक्रम में प्रदेश के परिवहन एवं स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह, राज्यसभा सांसद श्रीमती माया नारोलिया, सोहागपुर विधायक विजयपाल सिंह, नगर पालिका नर्मदापुरम की अध्यक्ष श्रीमती नीतू महेंद्र यादव, पूर्व विधायक श्रीमती सविता दीवान शर्मा, नर्मदा पुरम संभाग कमिश्नर कृष्ण गोपाल तिवारी, पुलिस महानिरीक्षक मिथिलेश कुमार शुक्ला, कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना, पुलिस अधीक्षक साई कृष्ण एस थोटा, जनप्रतिनिधि राहुल सिंह सोलंकी, श्री हंस राय सहित प्रशासनिक अधिकारी गण, महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं, प्राध्यापक गण एवं प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार बंधु उपस्थित रहे। इस अवसर पर सेमेरिटन्स स्कूल के बच्चों ने वंदेमातरम गीत की शानदार प्रस्तुति दी।
प्रदेश के परिवहन एवं स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने कहा कि आज ही के दिन 7 नवंबर 1875 को बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने वंदे मातरम गीत की रचना की थी। वंदे मातरम गीत की संकल्पना को 150 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं। उन्होंने कहां की आज के बच्चे भाग्यशाली है जिन्होंने आजाद भारत में जन्म लिया। इस युग में जन्म लिया है जहां पर आज भारत चहुऔर विकास की प्रगति को छू रहा है। उन्होंने कहा कि आज का दिन हम सबके लिए अस्मरणीय है। क्योंकि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने वंदे मातरम गीत की विस्तृत व्याख्या की और देश के बच्चों पर और नौजवान पीढ़ी पर विश्वास जताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के सशक्त भारत की परिकल्पना 2047 में पूर्ण होगी। उन्होंने कहा कि सभी बच्चे एवं युवा पीढ़ी अच्छी संभावना के साथ आगे बढ़े। मध्य प्रदेश के औद्योगिकरण को समृद्धि के शिखर पर ले जाएं। उन्होंने कहा कि सभी विद्यार्थी बिना किसी दबाव एवं भय के परीक्षा दे, सफलता अवश्य मिलेगी। इस अवसर पर वंदे मातरम गीत को स्वर प्रदान करने वाले रविंद्र नाथ टैगोर एवं वंदे मातरम गीत की रचना करने वाले बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय का स्मरण किया।
