खंडवा । मध्य प्रदेश की तीर्थनगरी ओंकारेश्वर में प्रस्तावित ममलेश्वर लोक निर्माण को लेकर कई दिनों से जारी विरोध अंतत रंग लाया। प्रशासन ने स्थानीय जनभावनाओं को देखते हुए ममलेश्वर लोक प्रोजेक्ट को तत्काल प्रभाव से निरस्त करने का निर्णय लिया है। बीते दो दिनों से नगर की सभी दुकानें नाव संचालक गेस्ट हाउस और परिवहन सेवाएं बंद थीं। सोमवार से तीन दिवसीय नगर बंद का आह्वान किया गया था जिसका व्यापक असर पूरे ओंकारेश्वर में देखने को मिला।
ममलेश्वर लोक योजना के तहत ब्रह्मपुरी क्षेत्र से बड़ी संख्या में लोगों के विस्थापन की आशंका थी। स्थानीय निवासियों ने अपनी जमीन और घर न छोड़ने की स्पष्ट मांग रखते हुए प्रोजेक्ट को किसी अन्य स्थान पर स्थानांतरित करने की अपील की थी। प्रशासन द्वारा कराए गए सर्वे के दौरान भी लोगों का विरोध लगातार सामने आता रहा। नगर बंद के पहले ही दिन शहर पूरी तरह ठप रहा और मंगलवार को भी बंद की स्थिति यथावत रहने की जानकारी मिली।
अपर कलेक्टर ने बताया कि ममलेश्वर क्षेत्र में प्रस्तावित निर्माण को लेकर किया गया सर्वे स्थानीय लोगों की आपत्तियों के कारण विवादों में घिर गया था। प्रशासन ने लोकभावनाओं को सर्वोपरि रखते हुए वर्तमान स्थान पर परियोजना को निरस्त करने का फैसला किया है। यदि भविष्य में जनसहमति के अनुरूप किसी अन्य स्थान पर ममलेश्वर लोक के निर्माण की आवश्यकता होती है तो सभी पक्षों की सहमति के साथ नई योजना पर निर्णय लिया जाएगा। गौरतलब है कि सिंहस्थ 2028 से पहले 119 करोड़ रुपए की लागत से ममलेश्वर लोक के निर्माण का प्रस्ताव था लेकिन सर्वे शुरू होते ही विरोध तेज हो गया और अंतत यह प्रोजेक्ट रोक दिया गया।
