उज्जैन। पुलिस की कार्यप्रणाली सुधारने और अनुशासन बनाए रखने के लिए एसपी प्रदीप शर्मा ने शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे नीलगंगा थाने का अचानक निरीक्षण किया। बिना किसी पूर्व सूचना के थाने पहुंचे एसपी सीधे बाहर रखी कुर्सी पर बैठ गए और वहीं से पुलिसकर्मियों की उपस्थिति और कार्य की स्थिति की जानकारी लेना शुरू कर दिया।
अनुपस्थिति पर तत्काल दंडात्मक कार्रवाई
निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि थाने में पदस्थ कई अधिकारी और कर्मचारी अनुपस्थित हैं। इस पर एसपी ने तत्काल सख्त कार्रवाई करते हुए सभी अनुपस्थित 12 पुलिसकर्मियों का एक दिन का वेतन काटने का निर्देश दिया।
वेतन कटौती का आदेश इन अधिकारियों/कर्मचारियों पर लागू हुआ
सब इंस्पेक्टर भूपेंद्र सिंह, कविता मंडलोई
प्रधान आरक्षक मंगल टेगौर, प्रकाश साहू, कपिल राठौर, वीरेंद्र शर्मा, संजय सोनगरा, मुकेश चौहान, किरण मालवीय
आरक्षक/कर्मचारी मेवाराम, श्रवण भदौरिया
30 मिनट का सघन निरीक्षण: खामियां उजागर
करीब आधे घंटे तक चले निरीक्षण के दौरान एसपी ने रिकॉर्ड कक्ष, मालखाना (माल रखने का स्थान) और सीसीटीवी संचालन कक्ष का विस्तृत जायजा लिया।
जांच के बिंदु
उन्होंने थाना डायरी, अपराध पुस्तिका, लंबित प्रकरणों की प्रगति, स्टाफ की उपस्थिति व अनुशासन, और बीट व्यवस्था का अवलोकन किया।एसपी ने थाने की स्वच्छता व्यवस्था पर असंतोष व्यक्त किया और स्पष्ट निर्देश दिए कि सफाई और रखरखाव में किसी भी तरह की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी।
एसपी की सख्त चेतावनी
एसपी प्रदीप शर्मा ने थाने के समस्त स्टाफ को चेतावनी देते हुए कहा कि अनुशासन और उपस्थिति पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने साफ निर्देश दिए हैं कि सभी लंबित प्रकरणों की प्रगति को तेज किया जाए और थाने की व्यवस्थाओं को पूर्ण रूप से दुरुस्त रखा जाए।
