नई दिल्ली। भारत और साउथ अफ्रीका के बीच गुवाहाटी के बरसापारा स्टेडियम में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच का पहला दिन रोमांच और संघर्ष से भरपूर रहा। दो टेस्ट मैचों की इस सीरीज का यह निर्णायक मुकाबला है, और दोनों टीमें जीत हासिल करने के इरादे से मैदान में उतरी हैं। भारत पहली बार इस मैदान पर टेस्ट मैच खेल रहा है इसलिए दर्शकों और खिलाड़ियों दोनों के लिए यह अनुभव नया और खास है।
पहले दो सत्र साउथ अफ्रीका के नाम
पहले दिन साउथ अफ्रीका ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनी और शुरुआत से ही संयमित खेल दिखाया। शुरुआती सत्र में भारतीय गेंदबाजों ने अच्छी लाइन-लेंथ से गेंदबाजी की, लेकिन साउथ अफ्रीकी बल्लेबाजों ने विकेट बचाते हुए साझेदारियां बनाईं। ट्रिस्टन स्टब्स और कप्तान टेंबा बावुमा ने धैर्यपूर्वक बल्लेबाजी करते हुए टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। स्टब्स ने 49 रन की अहम पारी खेली, वहीं बावुमा ने 41 रनों का योगदान दिया। दोनों ने मिलकर भारत की कोशिशों को शुरुआती झटकों में बदलने नहीं दिया।दूसरे सत्र में भी स्थिति काफी हद तक साउथ अफ्रीका के नियंत्रण में रही। भारतीय गेंदबाजों को विकेट मिल रहे थे, लेकिन नियमित अंतराल पर नहीं। इससे मेहमान टीम के बल्लेबाजों को अपनी लय बनाए रखने में मदद मिली।
तीसरे सत्र में भारतीय गेंदबाजों का कमाल
तीसरे सेशन में मैच का रुख बदलता दिखा। भारतीय गेंदबाजों खासकर स्पिनर कुलदीप यादव ने शानदार वापसी कराई। कुलदीप ने अपनी घुमावदार गेंदों से साउथ अफ्रीका की मध्यक्रम की बल्लेबाजी को बिखेर दिया। उन्होंने पूरे दिन में तीन महत्वपूर्ण विकेट लेकर टीम को मैच में वापस लाने का काम किया। तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज ने भी सटीक गेंदबाजी जारी रखते हुए एक-एक विकेट हासिल किया। रवींद्र जडेजा ने भी एक सफलता अपने नाम की और बल्लेबाजों पर लगातार दबाव बनाए रखा। भारत की यह वापसी दर्शाती है कि टीम ने मैच की परिस्थितियों को बेहतरीन तरीके से समझा और उसका लाभ उठाया। जैसे-जैसे दिन का खेल आगे बढ़ा गेंदबाजों ने पिच से मदद लेना शुरू किया और विकेट निकालते चले गए।
क्रीज पर डटे मुथुसामी और वेरेना
स्टंप्स के समय तक साउथ अफ्रीका ने छह विकेट पर 247 रन बनाए थे। सेन्युरन मुथुसामी 25 रन बनाकर और काइल वेरेना एक रन बनाकर नाबाद लौटे। दोनों बल्लेबाजों पर टीम की पारी को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी होगी। दूसरे दिन साउथ अफ्रीका चाहेगा कि निचला क्रम कुछ और रन जोड़कर भारत के सामने 300 से पार का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा करे।
दूसरे दिन का रोमांच
दूसरा दिन दोनों टीमों के लिए निर्णायक साबित हो सकता है। भारत की कोशिश रहेगी कि वह जल्द-से-जल्द शेष चार विकेट निकालकर साउथ अफ्रीका को बड़े स्कोर से रोके। वहीं मेहमान टीम चाहेगी कि मुथुसामी और वेरेना मिलकर एक मजबूत साझेदारी बनाएं। पिच पर स्पिनरों को मदद मिल रही है, ऐसे में कुलदीप और जडेजा भारत के लिए अहम साबित होने वाले हैं।पहले दिन का खेल यह साफ संकेत दे गया है कि मुकाबला कड़ा है और दोनों टीमें जीत के लिए पूरी ताकत झोंकने को तैयार हैं। अब देखना होगा कि दूसरे दिन कौन सी टीम अपनी रणनीति बेहतर तरीके से लागू करती है और मैच पर नियंत्रण बनाती है।
