नई दिल्ली। इंग्लैंड के दिग्गज तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन को ब्रिटिश शाही परिवार की ओर से नाइटहुड (Sir) की प्रतिष्ठित उपाधि प्रदान की गई है। यह सम्मान उन्हें प्रिंसेस ऐन ने विंडसर कैसल में एक औपचारिक समारोह के दौरान प्रदान किया। 43 वर्षीय एंडरसन को यह उपाधि पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की “रिज़ाइनेशन ऑनर्स लिस्ट 2024” में नामित किए जाने के बाद दी गई।
इस सम्मान के साथ एंडरसन अब इंग्लैंड के उन चुनिंदा क्रिकेटरों में शामिल हो गए हैं, जिन्हें क्रिकेट में अद्वितीय योगदान के लिए नाइटहुड मिला है। लंकाशायर क्रिकेट क्लब ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर उनकी तस्वीर साझा करते हुए लिखा “Sir James Anderson! यह जिम्मी के लिए एक ऐतिहासिक दिन है — विंडसर कैसल में प्रिंसेस ऐन से नाइटहुड प्राप्त करते हुए। हमारे अब तक के सबसे महान तेज गेंदबाज।”
टेस्ट क्रिकेट में अमर नाम: 704 विकेट का रिकॉर्ड
जेम्स एंडरसन ने जुलाई 2024 में लॉर्ड्स में अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला, जिससे उनके शानदार 21 साल लंबे अंतरराष्ट्रीय करियर का समापन हुआ। उन्होंने 188 टेस्ट मैचों में 704 विकेट अपने नाम किए — जो किसी भी तेज गेंदबाज के लिए विश्व रिकॉर्ड है। उनसे आगे केवल दो स्पिनर हैं – मुथैया मुरलीधरन (800) और शेन वॉर्न (708)। वनडे क्रिकेट में भी एंडरसन इंग्लैंड के सबसे सफल गेंदबाजों में रहे हैं, जहां उन्होंने 194 मैचों में 269 विकेट झटके। उन्होंने अपना आखिरी वनडे मुकाबला 2015 में खेला था।
रिटायरमेंट के बाद भी मैदान पर सक्रिय
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद भी एंडरसन ने गेंदबाजी से दूरी नहीं बनाई। उन्होंने 2024 सीज़न में लंकाशायर के लिए खेलना जारी रखा और लगभग एक दशक बाद T20 क्रिकेट में वापसी की। इसके अलावा, उन्होंने ‘द हंड्रेड’ टूर्नामेंट में मैनचेस्टर ओरिजिनल्स की ओर से वाइल्डकार्ड कॉन्ट्रैक्ट के तहत हिस्सा लिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, एंडरसन 2025 सीजन में भी काउंटी क्रिकेट जारी रखने के इच्छुक हैं और इसके लिए लंकाशायर प्रबंधन से बातचीत जारी है।
‘सर’ की श्रेणी में शामिल हुए इंग्लैंड के 15वें क्रिकेटर
जेम्स एंडरसन अब इंग्लैंड के 15वें क्रिकेटर बन गए हैं जिन्हें नाइटहुड की उपाधि से सम्मानित किया गया है। इससे पहले 2019 में पूर्व कप्तान एंड्रयू स्ट्रॉस को यह सम्मान मिला था, जबकि एलिस्टर कुक भी इस सूची में शामिल हैं। एंडरसन का नाम अब उन महान इंग्लिश क्रिकेटरों की श्रेणी में जुड़ गया है, जिनका योगदान खेल के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज रहेगा।
