नई दिल्ली । विराट कोहली और रोहित शर्मा सात महीने बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करने वाले हैं। दोनों को भारत की टीम में ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए चुना गया है, लेकिन रोहित शर्मा को कप्तानी से हटाकर शुभमन गिल को टीम की कमान सौंपी गई है। फैंस Ro-Ko को मैदान पर खेलने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
दोनों दिग्गज खिलाड़ियों ने टेस्ट और टी20 इंटरनेशनल से संन्यास ले लिया है। आखिरी बार वे मार्च 2025 में चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में खेलते नजर आए थे। इस बीच महान लेग स्पिनर अनिल कुंबले ने दोनों की वापसी को लेकर अपनी राय दी, जिससे अटकलें तेज हो गई हैं कि ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद शायद ये दोनों ओडीआई क्रिकेट को अलविदा कह दें।
भारत और वेस्टइंडीज के बीच दिल्ली टेस्ट के चौथे दिन लंच के बाद जियो हॉटस्टार पर कुंबले ने कहा, “दोनों खिलाड़ियों के मैदान में वापसी का स्वागत कीजिए। जश्न मनाइए। उन्होंने वर्षों से भारतीय क्रिकेट की बहुत सेवा की है।” कुंबले ने यह भी कहा कि दोनों के दिमाग में 2027 का वर्ल्ड कप जरूर होगा, लेकिन वह अभी बहुत दूर है।
कुंबले ने आगे कहा, “आप नहीं जानते अगर… हां, उनके दिमाग में 2027 होगा, लेकिन अभी उसमें दो साल हैं। मैच हैं तो बस मैदान में जाइए और लुत्फ उठाइए। अब रोहित कप्तान नहीं हैं, इसलिए कप्तानी का बोझ उनके ऊपर नहीं है। अब केवल बल्लेबाजी और हर पल का मज़ा लेने की बात है।”
अनिल कुंबले की टिप्पणियों से यह संकेत भी मिल रहा है कि यह वापसी संभवतः दोनों के लिए अंतिम अंतरराष्ट्रीय यात्रा हो सकती है। कुंबले ने साफ किया कि वह इस बात को लेकर पूरी तरह आश्वस्त नहीं हैं कि रोहित और कोहली 2027 के वर्ल्ड कप तक खेल पाएंगे।
रोहित शर्मा इस समय साढ़े 38 वर्ष के हैं और विराट कोहली अगले महीने 37 वर्ष के हो जाएंगे। दोनों आखिरी बार 9 मार्च 2025 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेले थे। इसके बाद से वे किसी भी प्रकार के प्रतिस्पर्धी क्रिकेट से दूर रहे हैं, हालांकि आईपीएल 2025 में उन्होंने खेल जारी रखा।
ऑस्ट्रेलिया दौरे में दोनों की वापसी भारतीय क्रिकेट के लिए उत्सव जैसा है। कुंबले की बातों से साफ है कि उनकी उपलब्धियों और योगदान को याद करते हुए उनका स्वागत किया जाना चाहिए। फैंस और क्रिकेट विश्लेषक इस वापसी को भावनात्मक और रणनीतिक दोनों दृष्टिकोण से देख रहे हैं।
कोहली और रोहित की ऑस्ट्रेलिया यात्रा भारतीय क्रिकेट के लिए महत्वपूर्ण है। यह केवल उनके खेल के लिए नहीं बल्कि उनके करियर के अगले अध्याय की दिशा तय करने वाला कदम है। चाहे यह अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच हों या नहीं, दोनों की वापसी क्रिकेट प्रेमियों के लिए उत्सव जैसा अनुभव साबित होने वाली है।
