नई दिल्ली। कोलकाता के ईडन गार्डेंस में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट मैच में भारत को हार का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही अब भारतीय टीम दो मैचों की टेस्ट सीरीज़ नहीं जीत पाएगी। इससे भी ज्यादा चिंता का विषय यह रहा कि टीम के कप्तान शुभमन गिल चोटिल हो गए और वह दोनों पारियों में बल्लेबाजी नहीं कर पाए। अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या शुभमन गिल गुवाहटी में 22 नवंबर से शुरू हो रहे दूसरे टेस्ट मैच में खेलेंगे?
शुभमन गिल की चोट
कोलकाता टेस्ट की पहली पारी में बल्लेबाजी करते समय शुभमन गिल को गर्दन में दर्द महसूस हुआ, जिसके बाद उन्हें मैदान से बाहर ले जाया गया। कुछ समय तक अस्पताल में भर्ती रहने के बाद उन्हें छुट्टी मिल गई, लेकिन उनके दूसरे टेस्ट में खेलने को लेकर स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है। गिल की चोट के कारण उनकी जगह कौन खेलेंगे, यह बड़ा सवाल बन गया है।
भारत के पास विकल्प
भारतीय टीम के पास तीन प्रमुख विकल्प हैं, जो शुभमन गिल की अनुपस्थिति में उनकी जगह प्लेइंग इलेवन में शामिल हो सकते हैं:
बी साई सुदर्शन:
सबसे आगे नाम जो आ रहा है, वह है बी साई सुदर्शन का। सुदर्शन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दिल्ली टेस्ट मैच में 87 रन की शानदार पारी खेली थी और हाल ही में साउथ अफ्रीका ए के खिलाफ इंडिया ए के लिए 32 रन बनाए थे। हालांकि, सुदर्शन का अनुभव सीमित है, लेकिन फॉर्म में होने के कारण वह एक अच्छा विकल्प साबित हो सकते हैं।
देवदत्त पडिक्कल:
दूसरा प्रमुख विकल्प देवदत्त पडिक्कल हैं, जो इस समय भारत की टेस्ट टीम का हिस्सा हैं और घरेलू क्रिकेट में अच्छे प्रदर्शन के साथ आ रहे हैं। पडिक्कल के पास अपनी कड़ी मेहनत और लगातार अच्छे प्रदर्शन की वजह से टीम में अपनी जगह बनाने का अच्छा मौका है। वह भी बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं, जो पहले से ही टीम में मौजूद बाएं हाथ के बल्लेबाजों की संख्या को बढ़ा सकते हैं, लेकिन अगर टीम में उनकी जगह बनती है, तो उनका अनुभव भी मददगार साबित हो सकता है।
नितीश कुमार रेड्डी:
तीसरा विकल्प नितीश कुमार रेड्डी हैं, जो इस सीरीज का हिस्सा थे, लेकिन उन्हें पहले टेस्ट से रिलीज कर दिया गया था। अब वह कोलकाता में टीम इंडिया के साथ जुड़ गए हैं और मंगलवार को टीम के साथ प्रैक्टिस करते हुए नजर आएंगे। नितीश कुमार रेड्डी, जो एक ऑलराउंडर हैं, शायद अंतिम मैच में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं, खासकर अगर टीम में किसी अतिरिक्त गेंदबाज की आवश्यकता हो।
क्या होगा टीम कॉम्बिनेशन?
भारत के पास तीन विकल्प हैं, लेकिन एक महत्वपूर्ण बिंदु यह है कि सुदर्शन और पडिक्कल दोनों ही बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं, और भारतीय टीम में पहले से ही 6 बाएं हाथ के बल्लेबाज मौजूद हैं। ऐसे में, यदि एक और बाएं हाथ के बल्लेबाज को टीम में शामिल किया जाता है, तो यह टीम के संतुलन को प्रभावित कर सकता है। इस परिस्थिति में नितीश कुमार रेड्डी को मौका दिया जा सकता है, क्योंकि वह एक ऑलराउंडर हैं और टीम के बैलेंस को बेहतर बना सकते हैं।
ऋषभ पंत को कप्तानी का जिम्मा
चाहे जो भी विकल्प हो, कप्तानी की जिम्मेदारी इस बार ऋषभ पंत के पास होगी। पंत ने पहले टेस्ट में स्टैंड-इन कप्तान के रूप में टीम का नेतृत्व किया था और उनका अनुभव टीम के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। पंत टेस्ट टीम के उपकप्तान भी हैं और उनकी नेतृत्व क्षमता को देखते हुए, दूसरे टेस्ट में वह कप्तान के रूप में टीम को मार्गदर्शन दे सकते हैं।
