इंदौर। शहर में शुक्रवार शाम उस वक्त हड़कंप मच गया जब अन्नपूर्णा एसीपी कार्यालय से मात्र 200 मीटर दूर दो बदमाशों ने बिल्डर की कार चोरी कर ली। शाम करीब साढ़े सात बजे हुई इस वारदात के बाद इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। चौंकाने वाली बात यह रही कि चोरी के बाद बदमाशों ने न सिर्फ भागने की कोशिश की, बल्कि उन्हें रोकने पहुंच रहे लोगों को भी अपनी कार से रौंदने का प्रयास किया।
घटना क्रांति कृपलानी नगर की है। यहां बिल्डर कमल परियानी की कार घर के बाहर खड़ी थी। अचानक जीपीएस का नोटिफिकेशन मिला तो कमल सतर्क हुए और जैसे ही बाहर देखा, दो बदमाश कार स्टार्ट करते दिखाई दिए। उन्होंने तत्काल पत्नी को और फिर रहवासी संघ के उपाध्यक्ष अशोक सचदेवा को सूचना दी।
अशोक सचदेवा, रहवासी अंकुर बत्रा और तरुण मौके पर पहुंचे और चोरों को रोकने की कोशिश की। उन्होंने बदमाशों को ललकारा, मगर आरोपी करीब 80 फीट तक रिवर्स लेते हुए कार को तेज रफ्तार में भगाने लगे। अशोक और तरुण स्कूटर पर उनके पीछे निकले, लेकिन तभी बदमाशों ने फिर से रिवर्स लेकर उन पर कार चढ़ाने की कोशिश की। आखिरी क्षण पर तरुण ने अशोक को खींचकर उनकी जान बचा ली।
इतना ही नहीं, फरार होते समय चाणक्यपुरी चौराहा पर उन्होंने एक और खतरनाक करतूत को अंजाम दिया। कार सवार बदमाशों ने वहां दो स्कूटर सवारों को जोरदार टक्कर मार दी, जिससे लोग दहशत में आ गए। जीपीएस की लोकेशन ट्रैक करने पर पता चला कि आरोपी कार को केसरबाग रोड, चोइथराम सब्जी मंडी से तिलकनगर की ओर ले गए। अंत में तिलकनगर क्षेत्र में कार को लावारिस छोड़कर बदमाश फरार हो गए।
शहर के सबसे सुरक्षित समझे जाने वाले क्षेत्र में हुई इस दुस्साहसिक वारदात से स्थानीय निवासियों में नाराजगी और भय दोनों है। हैरानी की बात यह है कि अन्नपूर्णा पुलिस ने अभी तक इस मामले में कोई केस दर्ज नहीं किया है, जिससे लोगों में गहरा रोष है।
निवासियों का कहना है कि यदि अपराधी एसीपी कार्यालय के पास ऐसी घटनाओं को अंजाम दे सकते हैं, तो आम इलाकों की सुरक्षा पर गंभीर प्रश्न खड़े होते हैं।
यह पूरा मामला न सिर्फ पुलिस की सक्रियता पर सवाल उठाता है, बल्कि शहर में बढ़ रहे अपराधियों के हौसले का भी खुला सबूत है।
